भारत संचार निगम लिमिटेड यानी BSNL ने पिछले कुछ समय में अपनी सेवाओं को आधुनिक बनाने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। पहले 4G नेटवर्क की सुविधा लॉन्च की गई, उसके बाद e-SIM सेवा की शुरुआत की गई और अब कंपनी ने एक और बड़ा ऐलान करते हुए VoWiFi सर्विस को शुरू कर दिया है। इस तकनीक के आने से उन लाखों ग्राहकों को राहत मिलेगी जो नेटवर्क की कमी के कारण कॉलिंग में दिक्कत महसूस करते थे। अक्सर BSNL यूज़र्स की सबसे बड़ी शिकायत यही रहती थी कि ग्रामीण इलाकों या घर के भीतर सिग्नल कमजोर हो जाते हैं, जिससे कॉल करना मुश्किल हो जाता है। अब वाई-फाई नेटवर्क की मदद से कॉलिंग संभव हो जाएगी और यह सुविधा BSNL ग्राहकों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है।
VoWiFi क्या है और कैसे करता है काम
VoWiFi का पूरा नाम है Voice over WiFi। इसका सरल मतलब है कि आप अपने स्मार्टफोन से कॉल करने के लिए सिर्फ मोबाइल नेटवर्क पर निर्भर नहीं रहेंगे, बल्कि आपके फोन में उपलब्ध वाई-फाई कनेक्शन भी कॉलिंग का माध्यम बन जाएगा। सामान्य स्थिति में कॉल करने के लिए मोबाइल टॉवर से सिग्नल की ज़रूरत होती है, लेकिन VoWiFi तकनीक इस बाधा को खत्म कर देती है। जब भी आपके क्षेत्र में मोबाइल सिग्नल कमजोर होंगे और आपके पास एक अच्छा वाई-फाई नेटवर्क मौजूद होगा, तो फोन कॉल उसी के जरिए रूट हो जाएगी। नतीजा यह होगा कि आवाज साफ सुनाई देगी, कॉल ड्रॉप कम होंगे और घर के अंदर भी आप आराम से कॉल कर पाएंगे।
इस तकनीक की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसके लिए किसी अतिरिक्त ऐप या थर्ड-पार्टी सॉफ्टवेयर की ज़रूरत नहीं पड़ती। यह फीचर सीधे फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम और टेलीकॉम नेटवर्क पर आधारित होता है। बस फोन में यह विकल्प ऑन करना होता है और आपका मोबाइल अपने आप तय कर लेता है कि किस स्थिति में कॉलिंग को वाई-फाई पर ट्रांसफर करना है।
पहले से किन कंपनियों ने दी थी यह सुविधा
VoWiFi कोई बिल्कुल नया कॉन्सेप्ट नहीं है। भारत में निजी कंपनियां जैसे Jio और Airtel इसे पहले से ही अपने ग्राहकों को उपलब्ध कराती रही हैं। इन कंपनियों ने वाई-फाई कॉलिंग फीचर को काफी पहले लागू किया और लाखों ग्राहकों ने इसका फायदा भी उठाया। अब BSNL भी इस कतार में शामिल हो गया है, जिससे सरकारी टेलीकॉम कंपनी अपने नेटवर्क से जुड़ी पुरानी छवि को बदलने की कोशिश कर रही है। यह कदम न सिर्फ प्रतिस्पर्धा को मजबूत करेगा बल्कि ग्राहकों को यह विश्वास भी दिलाएगा कि BSNL आधुनिक तकनीक अपनाने में पीछे नहीं है।
BSNL यूज़र्स के लिए इसका महत्व
BSNL लंबे समय से ग्रामीण और छोटे शहरों में नेटवर्क की कमी की वजह से आलोचना झेलता रहा है। कई बार घर के बाहर तो सिग्नल मिल जाते हैं लेकिन घर या ऑफिस के अंदर फोन लगाना मुश्किल हो जाता है। VoWiFi के आने के बाद अब इस समस्या का समाधान हो सकता है। अब अगर आपके घर में ब्रॉडबैंड या वाई-फाई मौजूद है, तो कमजोर नेटवर्क होने पर भी आप आसानी से कॉल कर सकेंगे। यह सुविधा विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो अक्सर ग्रामीण इलाकों की यात्रा करते हैं या उन जगहों पर रहते हैं जहां टावर की पहुंच कमज़ोर होती है।
इसे कैसे करें चालू
BSNL की VoWiFi सर्विस का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले आपके पास BSNL का सक्रिय सिम होना जरूरी है। दूसरा, आपका फोन VoWiFi तकनीक को सपोर्ट करना चाहिए। आजकल अधिकांश 4G स्मार्टफोन में यह फीचर मौजूद होता है। अगर आपके फोन में यह ऑप्शन डिफॉल्ट रूप से बंद है तो इसे चालू करने के लिए आपको फोन की सेटिंग्स में जाना होगा। वहां जाकर सर्च बार में Voice over WiFi या WiFi Calling टाइप करें। जैसे ही यह ऑप्शन सामने आए, उसे ऑन कर दें और फोन को एक बार रीस्टार्ट कर लें। कुछ फोन में यह विकल्प Mobile Network सेक्शन में भी मिलता है। यानी आप Settings → Network & Internet → Mobile Network में जाकर WiFi Calling का बटन ऑन कर सकते हैं।इसके बाद जब भी आपका फोन किसी स्थिर वाई-फाई से जुड़ा होगा और BSNL का नेटवर्क कमजोर रहेगा, तो फोन अपने आप कॉलिंग को वाई-फाई पर स्विच कर देगा।
फिलहाल किन क्षेत्रों में उपलब्ध
रिपोर्ट्स के मुताबिक BSNL ने इस सेवा की शुरुआत सबसे पहले वेस्ट और साउथ ज़ोन से की है। इसका मतलब है कि अभी देश के सभी ग्राहक इसका लाभ नहीं ले पाएंगे। लेकिन कंपनी का कहना है कि जल्द ही इसे पूरे भारत में लागू किया जाएगा। धीरे-धीरे जब यह सेवा हर जगह पहुंच जाएगी, तो BSNL नेटवर्क की सबसे बड़ी कमजोरी यानी कॉलिंग की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी।
कॉलिंग अनुभव कैसे बदलेगा
जब आप वाई-फाई के जरिए कॉल करेंगे तो आपको सबसे बड़ा फर्क कॉल क्वालिटी में दिखाई देगा। आवाज एकदम साफ होगी और बीच-बीच में आने वाली रुकावट खत्म हो जाएगी। कॉल ड्रॉप होने की संभावना भी बहुत कम रह जाएगी। इसके अलावा घर के अंदर जहां मोबाइल सिग्नल अक्सर कमजोर होते हैं, वहां भी आप आराम से बातचीत कर पाएंगे। इस सुविधा से उन लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी जिन्हें अब तक कॉल करने के लिए घर से बाहर निकलना पड़ता था।
खर्च और उपयोग
कई लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क्या VoWiFi कॉल्स के लिए अतिरिक्त शुल्क देना होगा। इसका जवाब है नहीं। वाई-फाई कॉल्स भी आपके मौजूदा टैरिफ प्लान के तहत ही आएंगी। यदि आपके पास अनलिमिटेड कॉलिंग वाला प्लान है तो वाई-फाई से की गई कॉल्स भी उसी में शामिल होंगी। यानी इस सेवा का उपयोग करने पर आपको कोई अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ेगा।
कई लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क्या VoWiFi कॉल्स के लिए अतिरिक्त शुल्क देना होगा। इसका जवाब है नहीं। वाई-फाई कॉल्स भी आपके मौजूदा टैरिफ प्लान के तहत ही आएंगी। यदि आपके पास अनलिमिटेड कॉलिंग वाला प्लान है तो वाई-फाई से की गई कॉल्स भी उसी में शामिल होंगी। यानी इस सेवा का उपयोग करने पर आपको कोई अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ेगा।
चुनौतियां और सीमाएं
हालांकि VoWiFi के कई फायदे हैं, लेकिन इसकी कुछ सीमाएं भी हैं। सबसे पहले यह कि कॉलिंग की गुणवत्ता पूरी तरह आपके वाई-फाई नेटवर्क पर निर्भर करती है। यदि आपका इंटरनेट धीमा है या बार-बार कटता है तो कॉलिंग अनुभव प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा कुछ पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क इस सेवा को सपोर्ट नहीं करते क्योंकि वहां सुरक्षा और बैंडविड्थ से जुड़ी पाबंदियां होती हैं। इसलिए इसका असली फायदा तभी मिलेगा जब आपके पास एक निजी और स्थिर वाई-फाई कनेक्शन होगा।
BSNL की छवि और भविष्य
BSNL लंबे समय से प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों की तुलना में पीछे माना जाता रहा है। लेकिन हाल के वर्षों में कंपनी लगातार आधुनिक सेवाओं की ओर बढ़ रही है। 4G नेटवर्क, e-SIM और अब VoWiFi जैसी सुविधाएं इस बात का संकेत हैं कि BSNL अपनी पुरानी छवि को बदलने के लिए गंभीर है। यह कदम न सिर्फ मौजूदा ग्राहकों को संतुष्ट करेगा बल्कि नए ग्राहकों को भी आकर्षित कर सकता है। खासकर उन लोगों के लिए यह सेवा बेहद कारगर है जो BSNL पर भरोसा करते हैं लेकिन अब तक नेटवर्क की वजह से परेशान रहते थे।कुल मिलाकर कहा जाए तो BSNL की नई VoWiFi सेवा ग्राहकों के लिए एक राहत की खबर है। अब बिना नेटवर्क के भी वाई-फाई की मदद से कॉल करना संभव होगा। यह कदम BSNL की प्रतिस्पर्धा में स्थिति मजबूत करने के साथ-साथ लाखों ग्राहकों के अनुभव को भी बेहतर बनाएगा। जैसे-जैसे यह सेवा पूरे देश में लागू होगी, कॉल ड्रॉप, आवाज़ टूटने और कमजोर नेटवर्क की समस्या धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी। यह तकनीक भारत में डिजिटल कनेक्टिविटी को एक नए स्तर पर ले जाएगी और BSNL के लिए अपनी खोई हुई पकड़ वापस हासिल करने का बड़ा अवसर बनेगी।