
गुजरात के खेतों में हल्की हवा चल रही है, और शहर की गलियों में लोगों की आवाज़ें लौट रही हैं – कुछ तो कोरोना के नए केस की। लेकिन यह अब वह तेज़ तूफान नहीं है जो एक साल पहले आया था, बल्कि एक हल्की सी फुसफुसाहट है, जो हमें सचेत करती है।
अभी के आँकड़े
- नए कोरोना केस: 145 (मुख्य रूप से अहमदाबाद, सूरत, और राजकोट से)
- कोविड-19 से मौतें: 2 (60+ उम्र के बुजुर्ग)
- सक्रिय मामले: लगभग 400, जो धीरे-धीरे घट रहे हैं
- वैक्सीन कवर: 85% से ज्यादा आबादी को दो डोज़ लग चुकी हैं, बूस्टर डोज़ की शुरुआत हो चुकी है
ज्यादातर नए मरीज हल्के लक्षण वाले हैं – बुखार, गले में खराश, हल्की खांसी। अस्पताल मेंभर्ती की ज़रूरत कम हो रही है। लेकिन सावधानी ज़रूरी है, क्योंकि बुजुर्ग और बीमारों मेंहालत खराब हो सकती है।
सरकार की पहल
- अहमदाबाद और सूरत में टेस्टिंग केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है।
- मेडिकल स्टाफ को लगातार ट्रेनिंग दी जा रही है।
- मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम फिर से कड़ाई से लागू किए जा रहे हैं।
- विशेष ध्यान बुजुर्गों और कमजोर लोगों पर रखा जा रहा है।
लोगों के लिए आसान टिप्स
करें | न करें |
मास्क पहनना जरूरी समझें | सोशल गेदरिंग में हिस्सा न लें |
अगर हल्का भी बुखार हो तो टेस्ट कराएं | झूठी खबरों पर भरोसा न करें |
स्वस्थ आहार और पर्याप्त नींद लें | बिना सलाह दवाइयां न लें |
सरकारी निर्देशों का पालन करें | बिना वजह भीड़ में न जाएं |
गुजरात में कोविड की लहर अब धीमी पड़ रही है, लेकिन यह बिल्कुल खत्म नहीं हुई है। हमें संयम और सतर्कता के साथ चलना होगा। कोरोना अभी भी हमारे आस-पास है, और जितनी सावधानी हम बरतेंगे, उतनी ही जल्दी हम सामान्य जीवन की ओर लौट पाएंगे।