सुबह के 7 बजे हैं। पुणे के एक सरकारी अस्पताल के बाहर लोग कतार में खड़े हैं। कोई मास्क पहने है, कोई नहीं। एक अधेड़ उम्र का आदमी अपनी बेटी का हाथ पकड़े कह रहा है, बेटा, शायद फिर से टेस्ट करवाना पड़े। ऑफिस में दो लोग पॉजिटिव निकले हैं।
यह दृश्य अकेले पुणे का नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र की स्थिति को बयां करता है। स्वास्थ्य विभाग की हालिया रिपोर्ट बताती है कि पिछले 24 घंटे में राज्य में 86 नए कोविड-19 मामले दर्ज हुए हैं और एक व्यक्ति की मौत भी हुई है।
क्या कहते हैं आंकड़े?
विवरण | संख्या |
नए संक्रमण (24 घंटे में) | 86 |
कोविड-संबंधित मौतें | 1 |
सबसे प्रभावित ज़िले | पुणे, मुंबई |
सक्रिय मामले (कुल अनुमान) | 900+ |
इनमें सबसे ज़्यादा बढ़ोतरी पुणे और मुंबई में देखी गई है, जहां कुछ अस्पतालों में फिर से ऑक्सीजन सपोर्ट की मांग बढ़ने लगी है।
कौन है इसका जिम्मेदार
डॉक्टर शशांक जोशी, जो कोविड टास्क फोर्स के पूर्व सदस्य रह चुके हैं, बताते हैं कि यह वायरस का कोई नया खतरनाक वेरिएंट नहीं है। यह ओमिक्रॉन का एक दूर का सब-वेरिएंट है-जो तेज़ी से फैलता है लेकिन ज़्यादातर मामलों में गंभीर नहीं होता।
“यह वायरस अब हमारे साथ जीने वाला है। घबराइए मत, लेकिन लापरवाह भी मत बनिए।”
अस्पताल कितने तैयार
- ICU बेड्स और ऑक्सीजन इकाइयाँ चेक की जा रही हैं
- जिलों को टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश
- मॉनसून को देखते हुए फंगल और वायरल बुखार की रोकथाम भी जरूरी
राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं को रिव्यू करने के आदेश दे दिए हैं।
आम लोग क्या करें
- मास्क वापस लाएं -भीड़ में जाएं तो नाक और मुँह ढकें
- थोड़ा रुकें, थोड़ा जांचें -बुखार/खांसी हो तो तुरंत टेस्ट कराएं
- टीकाकरण की स्थिति जांचें -बूस्टर लिया या नहीं?
- भीतर की इम्यूनिटी बनाए रखें -नींद, पोषण और पानी
महाराष्ट्र में कोविड-19 की हल्की लेकिन स्पष्ट दस्तक हो चुकी है। यह लहर दिल्ली या गुजरात जितनी तीव्र नहीं है, लेकिन सावधानी जरूरी है।
- राज्य तैयार है
- अस्पताल सतर्क हैं
- जनता को बस इतना करना है: (सावधान रहें, सजग बनें और संयम रखें।)